70% बीमारियों से बचना है तो घर की #चक्की का आटा और #सिल_बट्टे पर पिसे #मसाले और #चटनी खाएं #रोटी #सब्जी को संस्कारित रूप में तैयार करने की दिशा ने मानव की पहली खोज रही : सल्ला लोढ़ी।शिला, सिलोटु, सिल्वाटु, सिळवाटू, सिलौटा, सिलोटी, सिला लोढ़ी या सिलबट्टा......चटनी या मसालों को पीसने की इस पारंपरिक 'मशीन' से हर कोई परिचित होंगा। अब भी कई घरों में इसका उपयोग किया जाता है. सिलबट्टा यानि पत्थर का ऐसा छोटा चोकौर या लंबा टुकड़ा जिससे मसाला आदि पीसा जाता है. सिल और पीसने का लोढ़ा. जो बड़ी सिल होती है उसे सिलौटा और जो छोटी सिल होती है उसे सिलोटी कहा जाता है. सिल और बट्टा होते अलग अलग हैं लेकिन एक के बिना दूसरे का कोई वजूद नहीं है. सिल जमीन पर रखा पत्थर जिस पर बट्टे से अनाज पीसा जाता है. #मिस्र की पुरानी सभ्यताओं में जो सिल मिला था वह बीच में थोड़ा दबा हुआ है। आज भी सिल का बीच का हिस्सा मामूली गहरा होता है. बट्टे को दोनों हाथों से पकड़कर और घुटनों के बल बैठकर सिल पर अनाज या मसाले पीसे जाते हैं. सिलोटु में पीसे गये मसालों से सब्जी का स्वाद ही बदल जाता है और यह भोजन स्वास्थ्य के...