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Showing posts from June, 2021

Guru kumhar shish kumbh hai

गुरु का महत्त्व गुरू कुम्हार शिष कुंभ है , गढि़ गढि़ काढ़ै खोट। अन्तर हाथ सहार दै , बाहर बाहै चोट।। Guru kumhar shish kumbh hai, Gadhi gadhi kadhai khot. Antar hath sahar dai, Bahar bahai chot. अर्थ  :   कबीर दास जी ने गुरु और शिष्य के संबंधों के बारे में बताया है कि- गुरू और शिष्य का सम्बन्ध और कुम्भकार और कुम्भ का है.  जिस प्रकार कुम्भकार (कुम्हार) कुम्भ (घड़ा) को सुन्दर बनाने के लिए अन्दर हाथ लगाकर बाहर से चोट मारते हैं वैसे ही गुरु अपने शिष्य को कठोर अनुशासन में रखकर हृदय में प्रेम भावना रखते हुए शिष्य की बुराइयों को दूर करके संसार में सम्माननीय बनाता है।

साइकिल चलाने के फायदे (Benefits Of Cycling)

साइकिल चलाने के फायदे (Benefits of Cycling) यदि आप अपने आप को फिट और एक्टिव  बनाना चाहते हैं, तो साइकिलिंग आपके लिए सबसे शानदार तरीका है. जी हाँ यह आपके वजन को संतुलित करने के साथ-साथ आपके मूड को भी सही करता है और आपकी अनावश्यक चर्बी को भी कम करता है. कई लोग एक्सरसाइज के रूप में भी साइकिल चलाते हैं. मगर फिट रहने के लिए आपको कितनी साइकिलिंग करनी चाहिए, इस बारे में भी पता होना आवश्यक है…तो चलिए जानते हैं साइकलिंग करने के सही तरीकों के बारे में… साइकिलिंग करने का सही तरीका यदि आप अपना वजन कम करने के बारे में सोच रहे हैं तो रोजाना 10 से 15 मिनट की साइकिलिंग से ही अपनी शुरुआत करें। अगर बात सिर्फ फिट रहने की है तो आप 25 से 30 मिनट तक साइकिल चला सकते हैं। मगर ध्यान रखें शुरुआत हमेशा कम समय से ही करें। धीरे-धीरे आपका स्टैमिना खुद-ब-खुद बढ़ने लगेगा। उम्र के हिसाब से तय करें साइकलिंग का वक्त 10 से 15 साल के बच्चों को 40 से 45 मिनट तक साइकलिंग करनी चाहिए। 18 से 40 साल तक कि उम्र के लोग अपने स्टैमिना के मुताबिक साइकलिंग कर सकते हैं। मगर 45+ लोगों को एकस्पर्ट की सलाह लिए बिना साइकलिंग नहीं करनी चाह